समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं को इतिहास पर बहस से बचने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा, 'इतिहास सही दिशा ना दे सके तो चर्चा से बचें, इतिहास को इतिहास ही रहने दें।' यादव ने नौकरी, बेरोजगारी और आरक्षण जैसे वर्तमान मुद्दों पर चर्चा करने का आह्वान किया। यह बयान रामजी लाल सुमन और इंद्रजीत सरोज जैसे पार्टी नेताओं के विवादास्पद बयानों के बाद आया है।